आज सोहार्द का त्यौहार हैं आपसी भाईचारे का त्यौहार है। आज दोनों ही धर्मों के लिए बहुत ही धार्मिक दिन हैं। जहां तरफ हिंदूओं का आज शरद पूर्णिमा हैं, जिसमें प्रयागराज में भारी संख्या में श्रद्धालु जकर आस्था की डुबकी लगताते हैं। शरद पूर्णिमा आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा (कोजागिरी लक्ष्मी पूजा 2020) की रात को चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होकर अमृत की वर्षा करते है। शरद पूर्णिमा को कौमुदी यानि मूनलाइट या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व पर चंद्रमा की रोशनी में खीर को रखा जाता है।
शरद पूर्णिमा के मौके पर असम, बंगाल समेत कई अन्य बांग्ला भाषी राज्यों में लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है। प्रयागराज में आज सभी आस्था की डूबकी लगाते है।
वही आज दूसरी तरफ मिलाद उन नबी का त्योहार भी मनाया जा रहा है। ईद-ए-मिलाद इस बार 29 अक्टूबर की शाम से लेकर 30 अक्टूबर की शाम तक रहेगा।
इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते है। पैगंबर मोहम्मद का जन्म 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था, और इसी दिवन को मिलाद उन नबी के रूप में मनाया जाता हैं।
पैगंबर मोहम्मद साहब की याद में इस दिन समुदाय के लोग जुलूस निकालते हैं, लेकिन इस साल कोरोना के चलते ऐसा होना मुश्किल है। आप सभी को शरद पूर्णिमा और मिलाद उन नबी की ढेर सारी बधाई।