26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हिंसक झड़प को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसकी कड़ी निंदा की है। अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि, ‘पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि, जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।’
बता दें कि, लाल किले में हुए हिंसा के चलते दिल्ली पुलिस के लगभग 300 से भी ज्यादा जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में सारे जवानों का इलाज़ चल रहा है।
ट्रैक्टर रैली के दौरान मचे बवाल के बीच दिल्ली पुलिस ने कड़ा रूख अपनाते हुए 20 से भी ज्यादा किसान नेताओं पर FIR दर्ज़ कर लिया है। वही किसान नेता राकेश टिकैत अभी भी धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। टिकैत ने ट्वीट कर के बताया हैं कि, जब तक जिंदा हूं किसान के लिए लड़ता रहूंगा।
बतातें चले कि, कल रात से ही उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों से सारे किसान दिल्ली की ओर कूच करने लग गए हैं और दिल्ली आकर धरने पर बैठे हुए है। सारे किसानों की यही मांग हैं कि, सरकार ने जो बिल पास करवाया था उन सभी को वापसी लिया जाए। लेकिन किसानो ंकी तरह ही सरकार भी अपने ही रूख पर अड़ी हुई हैं, मतलब खेल अभी और भी लंबा चलने वाला है।