केंद्रीय मंत्री और LJP Leader Ram Vilas Paswan का निधन हो गया हैं। दिल्ली के Escort Hospital में उन्होंने आखरी सांस ली। काफी लंबे वक्त से वह बिमार चल रहे थे। बेटे चिराग पासवान ने Twitter के जरिए इस खबर को Share करते हुए लिखा, “पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं। Miss you Papa…”

प्रधानमंत्री मोदी ने उनको tweet के जरिए श्रद्धांजली दी हैं।

वही Rahul Gandhi ने Tweet करते हुए लिखा, “रामविलास पासवान जी के असमय निधन का समाचार दुखद है। ग़रीब-दलित वर्ग ने आज अपनी एक बुलंद राजनैतिक आवाज़ खो दी। उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ।”

रामविलास पासवान पिछले करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। एम्स में 2 अक्टूबर की रात को उनकी हार्ट सर्जरी की गई थी। यह पासवान की दूसरी हार्ट सर्जरी थी। इससे पहले भी उनकी एक बायपास सर्जरी हो चुकी थी।
राम विलास पासवान का चुनावी सफ़र
उनके चुनावी सफ़र की बात करें तो 1969 में पहली बार पासवान बिहार के राज्यसभा चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर चुनाव जीते, उसके बाद काफी उठा पटक के बाद, 2000 में पासवान ने जनता दल यूनाइटेड से अलग होकर लोक जन शक्ति पार्टी का गठन किया था। पासवान ने 2004 में लोकसभा चुनाव जीता, लेकिन 2009 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इसी बीच पासवान ने 2004 में लोकसभा चुनाव जीता, लेकिन 2009 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। राम विलास पासवान ने लगातार बारहवीं, तेरहवीं और चौदहवीं लोकसभा में भी चुनाव जीते। फिर अगस्त 2010 में बिहार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और कार्मिक तथा पेंशन मामले और ग्रामीण विकास समिति के सदस्य बनाए गए थे।