कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने 100 करोड़ का केस कर दिया है।बात दरसल यह हैं कि, कोविडशील्ड के परीक्षण में चेन्नई में भाग लेने वाले एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि, गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या और ज्ञानेंद्री संबंधी समस्या समेत गंभीर दुष्प्रभावों का उन्हें सामना करना पड़ा है।
इसके बाद ही सीरम ने उस व्यक्ति खिलाफ 100 करोड़ के मानहानि का मुकदमा तैयार करके “दुर्भावनापूर्ण और गलत” बताया है।
रविवार शाम को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा हैं कि, सीरम इंस्टिट्यूट स्वयंसेवक की चिकित्सा स्थिति के प्रति सहानुभूति रखता है, लेकिन टीके के परीक्षण का उसकी स्थिति के साथ कोई संबंध नहीं है।
आगे अपने बयान में कंपनी ने यह भी कहा हैं कि, वह बेवजह अपनी खराब होती सेहत के लिए सीरम इंस्टिट्यूट को जिम्मेदार ठहरा रहा है।’ बता दे कि, इस व्यक्ति को एक अक्टूबर को टीका लगाया गया था। इसी आरोप के चलते कंपनी ने भारी-भरकम जुर्माना वसूलने की भी धमकी दी है।